Happy Belated Birthday Tin Tin
चार दिन पहले टिन टिन का 94वाँ जन्मदिन था
आप पूछेंगे भाई यह टिन टिन कौन है . बेल्जियम की मशहूर साप्ताहिक पत्रिका Le Petit Vingtièm में Hergé नाम के कार्टूनिस्टने 1929 में यह कार्टून चरित्र गढ़ा था धीरे धीरे इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि विश्व भर की 110 भाषाओं में इस की श्रृंखलाअनूदित की गईं . सच बोलूँ तो हम लोग तो टिन टिन के कार्टून देख कर बड़े हुए हैं . सच बोलूँ तो दुनिया भर में घूमने की प्रेरणा भी मुझेइसी चरित्र से मिली है . ये भाई साहब Hergé दुनिया भर की दूसरी भाषाओं के कितने ही दूसरे कार्टून चरित्रों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं . ढब्बू जी , छोटू लंबू , चाचा चौधरी , मोटू पतलू जैसे चरित्रों की प्रेरणा में कहीं न कहीं Hergé ही हैं .
Hergé ने एक स्थान पर अपने इस चरित्र के बारे में लिखा है -
“The idea for the character of Tintin and the sort of adventures that would befall him came to me, I believe, in five minutes, the moment I first made a sketch of the figure of this hero: that is to say, he had not haunted my youth nor even my dreams. Although it’s possible that as a child I imagined myself in the role of a sort of Tintin.
टिन टिन कार्टूनों का प्रकाशन 1976 में बंद हो गया लेकिन ये कार्टून अभी भी दुनिया भर में अभी भी प्रकाशित होते रहते हैं . बेल्जियम केलोगों ने टिन टिन और Hergé की स्मृति चिर स्थाई बनाने के लिए ब्रुसेल्स में एक म्यूजियम बनाया है जो टिन टिन के चाहने वालों कोदुनिया भर से आकर्षित करता है.
मैं तो यह चाहता हूँ कि भारत में भी ढब्बू जी और उसके जनक आबिद सुरती और चाचा चौधरी और उसके जनक प्राण की स्मृति में।संग्रहालय बनें.
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