किरायेदार लगे - Ghazal
किरायेदार लगे
कुछ दिनों तक तो ये लोग मिलनसार लगे
जब आज़माने लगा मुझको कलाकार लगे
क्यों गुमान करें अपने मालिकाना हक़ पर
जो भी दुनिया में आया है किरायेदार लगे
घर से निकले थे रास्ता बड़ा सीधा सा लगा
बाद चलने के कई मोड़ बड़े घुमावदार लगे
हार मिलती रही तब तक कोई साथ न था
कामयाबी मिली तो उसके कई दावेदार लगे
प्रातः अर्चना , संध्या वंदन , धूप बत्ती चंदन
यह सब किया फिर भी थोड़े से गुनहगार लगे
सब मिल जाता है मगर वफ़ा मुश्किल से मिले
खोजने निकला तो बचपन के दोस्त शानदार लगे
वो रहनुमा थे हम को लगता था शरीफ़ ही होंगे
बाद में वो भी फ़रेब के सिपाहसालार लगे
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