खोज अपने आप की Hindi Poetry
अगर बोरियत सताने लगे
क्यों न अपने आप को खोजना शुरू कर दें .
सुनने में बहुत सरल सा लगता है
लेकिन यही काम सब से मुश्किल है .
आप कठिन से कठिन पते को भी
किसी न किसी तरह खोज ही लेते हैं
रोड गाइड मैप , गूगल , पड़ोस के पनवाड़ी के ज़रिए .
खुद को खोजने का काम ज़रा मुश्किल सा है
कई बार तो पूरी जवानी ही गुज़र जाती है ,
मध्य वय का पड़ाव तय करते करते ,
बुढ़ापा भी आ जाता है ,
हम फंसे रह जाते हैं दुनियादारी में
बेहतर होगा हम अगर
अपने आपकी
खोज-बीन का सिलसिला जारी रखें
क्योंकि अपनी यात्रा केवल अपनी है .
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