Contemporary Hindi Poetry अगर तुम कहो
अगर तुम कहो तो
अगर तुम कहो साथ चलते रहें हम
भले ज़िंदगी पड़ ही जाए हमें कम
करें किस तरह शुक्रिया हम तुम्हारा
हमें याद रखते हो दुआओं में हर दम
बुरा उसको जाना यहाँ से लगा था
न बोला था कुछ बस आँखें रहीं नम
तुम्हें याद करते हैं अब भी हमेशा
न तुमसे जियादा न तुमसे कभी कम
न जाने उसे तुमने क्या कह दिया था
लगा मुझको उसकी साँसें गयीं थम
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