आकर्षण के पीछे गणित काम करता है Hindi Poetry
आकर्षण के पीछे गणित काम करता है
मैं क्यों किसी को पसंद करने लगता हूँ
या कोई मुझे क्यों पसंद करने लगता है
इसके पीछे कौन सा आकर्षण काम करता है
न यह प्लेटनिक प्रेम है
न ही केमिस्ट्री है
यह गुरुत्वाकर्षण भी नहीं है
यह चुम्बकीय आकर्षण भी नहीं है
कुछ दिनों खोजबीन की
तो कलप्रिट गणित निकला
व्यक्ति की पर्फ़ेक्ट ज्यामितिक बनावट
यानि गोलाई , गहराई, सुगढ़ता, ऊँचाई है
वही आकर्षण की एक बड़ी सचाई है .
हाँ इस गणित में कई बार एक और एक मिल कर दो नहीं हो सकता है
गणितीय आकर्षण
सरल रेखा नहीं
त्रिकोण या फिर चतुर्भुज भी हो सकता है
- प्रदीप गुप्ता 30.11.2020.
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