Poetry of Old Age एक किशोर अभी तक दिल में ज़िन्दा है
एक किशोर अभी तक दिल में ज़िन्दा है
एक किशोर अभी तक ज़िन्दा है
इस दिल के किसी कोने में .
ऋतुओं के चक्रों ,
वक्त के झंझावतों,
हालात के दिए ज़ख़्मों ,
अपनों की उपेक्षा ,
दोस्तों को दुश्मन में बदलते रहने के बावजूद
किसी न किसी तरह
अपना अस्तित्व बचाए हुए है .
यह दिल में छुपा किशोर
एहसास दिलाता रहता है
कि शरीर की इमारत
भले ही कमज़ोर पड़ गयी हो
काले घने बालों में
चाँदी की परत चढ़ गयी हो
डेंचर तक नया लग गया हो
दिल की धड़कन को
पेसमेकर नियंत्रित करने लगा हो
पर जीने का रस बाक़ी है .
यह किशोर मजबूर करता है
बेवजह अट्टहास लगाने को
खट्टी मीठी इमलियाँ खाने को
कंचे खेलने या रोमांटिक गाना गाने को.
जब कोई परी सा चेहरा
क़रीब से गुज़र जाता है
यह कमबख़्त होंठों को गोल करने को
विवश कर देता है
कई मरतबा तो सीटी भी बजाने का
उपक्रम करने लगता है
इसी की वजह से इस उम्र में भी
रोमानी कविताएँ लिख पाता हूँ
कोमल अनुभूतियों की गागर
अक्सर छलकाता हूँ
अगर ज़िंदगी को सही में जीना है
दिल के किसी कोने में दुबके किशोर की तलाश करो
अपने बचपन में साथ खेले कूदे मित्रों
कच्चे पक्के रोमानी क्षणों की याद करो
पेशानी की सलवटें , चेहरे की झुर्रियाँ मिटने लगेंगी
एकरसता और वक्त की धुँध छटने लगेंगी.
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