Beginning of love : Hindi Poem
प्यार की शुरुआत .
एक लम्बे समय से प्यार की परिभाषाएँ पढ़ रहा हूँ
इनमें
प्यार क्या है
विस्तार से बताने की कोशिश की गई है
पर मेरी समझ में वो सब नहीं आता हैं.
हमारे कई मित्र भी इस बारे में अपना ज्ञान पेलते रहते है
कल
एक दार्शनिक मित्र कहने लगे
प्यार भावनाओं , व्यवहार , विश्वास का जटिल घालमेल है
एक अन्य मित्र वहीं बैठे थे
बोले किसी व्यक्ति के प्रति स्नेह , समर्पण , गर्मजोशी और
सम्मान ही प्यार है
ये सारे शब्द ऊपर से हो कर गुजर गए.
मैं सोचने लगा
आख़िर यह शुरू कहाँ से होता है ?
मुझे तो लगता है
किसी के क़रीब आते ही
जब शब्द साथ छोड़ने लगें जबान लड़खड़ाने लगे
समझ लो
प्यार की शुरुआत होने लगी है
इसके आगे
प्यार की परिभाषा
पढ़ने या गढ़ने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
-प्रदीप गुप्ता
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