वाइन नामा -4



वाइन और भोजन 

अपनी वाइन के गिलास का पूरा आनंद लेने के लिए आप को पता होना चाहिए कि कौन सी वाइन के साथ कौन सा भोजन सबसे उपयुक्त क्या कुछ रहेगा। एक लम्बे समय से इस पर गंभीर चर्चा चलती आ रही है. पहले कभी  वाइट वाइन के साथ केवल मछली आधारित डिशों  की  संस्तुति की जाती थी लेकिन कालांतर में अनेक प्रकार के भोजन के साथ किये गए अनुभवों  के आधार पर इस सोच में काफी बदलाव आया है।  वाइन के शौकीन लोगों की जमात में काफी सारे शाकाहारी और वीगन भी जुड़ गए हैं जो अपने  खाने में से कई डिश के साथ वाइट वाइन का मेल बिलकुल परफेक्ट महसूस करते हैं.  

यह सच है कि यदि हमें पता चल जाय कि किस वाइन के साथ कौन कौन सी डिश का मेल सबसे अच्छा जमता है  तो उसका  मजा दूना हो जायगा . इस बारे में  सुनी सुनाई बातों पर न जाएँ, कुछ बुनियादी सिद्धांत समझ लें  तो  वाइन और भोजन दोनों का  आनंद आ जाए.

 कई बार मुझे लगता है कि  भोजन और वाइन का उपयुक्त  मिलान अपने आप में बहुत ज्यादा  जटिल  विषय नहीं है बशर्ते कुछ बुनियादी बातों को समझ लिया जाय . किसी भी डिश में एक नहीं बहुत सारे घटक रहते रहते  हैं . उदाहरण के लिए वाइन को चिकन के साथ पेयर करना हो तो आप कैसे करेंगे? चिकन में केवल चिकन ही थोड़ी होता है , उसे बनाने में मिर्च, हर्ब्स और  मसाले भी प्रयुक्त होते हैं ,  फिर साइड में कई सारी सब्जी भी रखते हैं। इसलिए जब हम वाइन के साथ किसी  डिश का चुनाव करते हैं तो कई बातें सोचनी होती हैं, मेरा तो यह मानना है कि पेयर करने वाली डिश के  प्रमुख स्वाद के बारे सोचें उसके अनुरूप वाइन का चुनाव करें।

 साविगनान ब्लांक  .

यह क्रिस्प, लाइट वाइट वाइन है , इसमें अम्लता ज्यादा होती है और सिट्रस फलों का स्वाद रहता है।  इस वाइन के साथ तीखा भोजन नहीं चलेगा , ऐसा भोजन चुनें जो हल्का फुल्का हो अगर  फ्लेवर हो ,उसमें हर्ब भी डाले गए हों तो भी चलेगा।  नीचे मैं कुछ आइटम लिख रहा हूँ जो पारखी लोग साविगनान ब्लांक के साथ पसंद करते हैं :

चीज़ / मेवे : फेटा या गोट चीज़ , पाइन  नट 
मीट / पोल्ट्री : चिकन , टर्की , पोर्क 
सी फ़ूड : मछली  विशेषकर वाइट ,आयस्टर,स्कॉलोप , लॉबस्टर , श्रिम्प, सुशी 
फल और सब्जियां : सभी सिट्रस फल , ग्रीन सेब , ऐस्पैरागस 
हर्ब्स और मसाले : धनिया, प्याज, नागदौना (Tarragon) 
सॉस :  सिट्रस और लाइट क्रीम सॉस  
डेजर्ट :  सोरबेट, लाइम पाई , आम , मेरंग 

मेरे एक मित्र ने एक बार पूछा था कि साविगनान ब्लांक के साथ पेयर करने में सबसे अधिक कठिनाई किस भोजन में आती है ?
मैंने अपने अनुभव के आधार पर उसे बताया कि वाइन और  भोजन में कई बार समान चीजें पेयर नहीं कर पाती हैं. इस वाइन के साथ ऐसी डिश न लें जिसमें सिरके का इस्तेमाल किया गया हो क्योंकि सिरके की अम्लता वाइन के आनंद को  लगभग खत्म कर  देगी वहीँ  डिश में प्रयुक्त मिर्च  के  तीखेपन के मजे को साविगनान ब्लांक घटा देगी। 

शारदोने 
शारदोने कई स्टाइल से बनाई जाती है, जब भी इसके लिए उपयुक्त डिश चुनें तो इस बात का ध्यान रखें। कैलिफ़ोर्निया  स्टाइल की शारदोने फुल बॉडी वाइन है इसमें ओक और बटर फ्लेवर की  उपस्थिति रहती है , कई  ब्रांड की शारदोने में ओक फ्लेवर कम रहता  है।  कुछ ब्रांड की एजिंग ओक बैरल में नहीं की जाती है उसका फ्लेवर बिलकुल अलग होगा . इसलिए  जब भी शारदोने का चयन करें तो उसके लेबल पर यह जरूर देख लें कि इसका एजिंग कितने वर्ष किया गया है और इसे ओक बैरल में रखा गया है या फिर स्टील बैरल में स्टोर किया गया है। शारदोने की एक और खूबी उसकी सेंसुअल बाडी है, इस कारण वह उन सब डिश के साथ भी आराम से पेयर हो जाती है जिनके साथ कोई दूसरी वाइट वाइन  नहीं चल पाती हैं।  लाइट बॉडी होने के वावजूद इसमें अम्लता काफी रहती है इसलिए क्रीम आधारित डिश के साथ खूब जमती  है.

चीज़ / नट्स  :  ओक बैरल में एजिंग की गयी  शारदोने के साथ ब्लू चीज़ की वैराइटी , बादाम या फिर अन्य प्रकार के भुने मेवे। 
जिस शारदोने की एजिंगओक बैरल  में  नहीं की गयी   साथ सॉफ्ट और माइल्ड चीज, सभी प्रकार के भुने हुए मेवे 
मीट/पोल्ट्री : चिकन, पोर्क , वील 
सी फ़ूड : लॉबस्टर , क्रैब , श्रिम्प , हलिबेट 
फल और सब्जियां : स्क्वाश,आलू, सेब , आम   
हर्ब्स और मसाले : तिल , बैसिल, नागदौना (Tarragon) 
सॉस : सभी प्रकार के क्रीम सॉस , पेस्तो 
डेजर्ट : बनाना ब्रेड, वनीला पुडिंग 
एक मजेदार राज : शारदोने कोमल से स्वाद वाली डिश के स्वाद  दबा सकती है  ! इसकी पहचान खास तौर पर इस बात को लेकर भी है.

रीजलिंग 
रीजलिंग उन वाइन में से है जिसे अभी तक सही सही समझा नहीं गया है।   इसका घर मूलत: तो जर्मनी है, लेकिन इन दिनों अमरीका और अन्य कई देशों  में भी बनने लगी है. अमेरिकी  वाइन  निर्माताओं ने  इसके बनाने के तरीके में थोड़े  बदलाव किये हैं , उनमें से  कई तो काफी मीठी रीजलिंग बनाने लगे हैं जबकि जर्मन रीजलिंग में मिठास बहुत कम रहती है.  इस वाइन में अम्लता और मिठास का अच्छा संतुलन रहता है इसलिए इसे ज्यादातर किस्म की डिश के साथ पेयर करना आसान है. अच्छी बात यह है कि शारदोने अपना  संतुलन मसालों के साथ  भी बना लेती है है ,इसलिए यह थाई, भारतीय  और चीनी खाने के साथ भी मेल मिला लेती है। 

चीज / नट्स : सेमी  सॉफ्ट डेनिश चीज ,  माइल्ड  येलो गौडा चीज , कैंडी किये हुए अखरोट  और पीकान 
मीट/पोल्ट्री : डक, स्मोक किये सॉसेज, फोई ग्रास 
सी फ़ूड : ट्राउट , सी बास 
फल  और सब्जी : खुबानी , नाशपाती , चिली पेपर्स 
हर्ब और मसाले : थाई और भारतीय  मसाले, रोजमेरी , अदरक 
सॉस  :  थाई/ भारतीय  चटनी , स्पाइसी बारबे क्यू 
डेजर्ट : एप्पल पाई , कारमेल  सॉस  

पीनो नार 
पीनो नार अंगूर की बहुत ही अलग किस्म की वैराइटी  है जिससे रोचक वाइन बनती हैं ,अब आप ही बताइये कि अंगूर की ऐसी  और कौन सी किस्म होगी जिससे बनी वाइन में आपको चेरी से लेकर मशरूम और जंगल-तल जैसे फ्लेवर मिल सकते हैं, यही नहीं इसमें कई धुर विरोधी एरोमा और फ्लेवर का घालमेल भी अक्सर देखने को मिलता  है. पीनो लाइटर बॉडी वाइन है लेकिन फिर भी यह मीट आधारित डिश के साथ मेल कर लेती है ! सामन
( Salmon) मछली के साथ अगर साइड डिश में मशरूम भी हों तो यह बहुत ही जमती है.
चीज / नट्स  : गोट  चीज , ब्री९ेक किस्म का चीज), अखरोट 
मीट /पोल्ट्री : चिकन, लैम्ब , सॉसेज , फ़िले मिनयोन  (filet mignon)
सी फ़ूड : सामन (Salmon), टूना 
फल और सब्जी : स्ट्रॉबेरी, अंजीर , सूखे हुए फल , मशरूम 
हर्ब और मसाले : दालचीनी , लौंग , जायफल , ट्रफल 
सॉस : मशरूम सॉस, लाइट से लेकर मध्यम रेड सॉस 
डेजर्ट : वाइट चॉकलेट , क्रीम ब्रूली  

सायरा 
सायरा के बारे में कोई विशिष्ट राय बनाना थोड़ा कठिन है।  क्योंकि यह  अंगूर की सबसे लोकप्रिय किस्म है , इस  आधारित वाइन दुनिया के अलग अलग भागों में अलग अलग तरीके से बनाया जाता है।  इसीलिए इस वाइन के फीचर के बारे में कोई सामान्य बात कहना  मुश्किल है लेकिन यह फिनिश में चरपरा एहसास देती है. यह हर्ब के साथ बहुत जमती है, इसके अंदर समाहित फल तत्व साथ में लिए जाने वाले भोजन में प्रयुक्त थोड़े बहुत  मसालों को संतुलित कर लेते हैं। 

चीज / नट्स : शार्प चेडर, ब्लू चीज़ , हेज़ल नट,अखरोट   
मीट / पोल्ट्री  : रोस्ट किये हुए शिकार , ब्रेज़्ड पोर्क शोल्डर, मसालेदार सॉसेज , पेपरौनी 
सी फूड : सामन, टूना  
फल और सब्जी :  किशमिश , स्टू टोमेटो , चुकंदर 
हर्ब और मसाले : ऑरेगैनो , सेज 
सॉस :  बारबे क्यू , हैवी रेड सॉस 
डेजर्ट : ब्लैक फारेस्ट केक , रुबार्ब पाई, कॉफ़ी आधारित डेजर्ट 

मारलो 
पता नहीं क्यों हाल ही के वर्षों में मारलो का रिवाज कम होता जा रहा है , लेकिन बिक्री के आंकड़े बताते हैं की भले ही रिवाज  कम हुआ हो लेकिन इसके चाहने वाले अभी भी कम नहीं हैं. मारलो में सॉफ्ट बेरी फ्लेवर होते हैं और अक्सर भीनी भीनी  युक्लिप्टिस की महक आती है. एक और ख़ास बात यह कि इसमें मिंट और जुनिपर के तत्व भी महसूस होते हैं.

चीज / नट्स  :  पर्मीजेन , पैकोरिनो रोमानो , चेस्ट नट, अखरोट 
मीट/ पोल्ट्री : ग्रिल किये मीट , स्टीक 
सी फ़ूड : ग्रिल किया मछली का मीट, टूना 
फल और सब्जी : प्लम, टमाटर , कार्मेलाइज़ प्याज 
हर्ब और मसाले : मिंट, रोजमेरी , जुनिपर  
सॉस : बोलोगनेसे , बर्नैसे 
डेजर्ट : फानडयु , डार्क चॉकलेट , बेरीज 
यदि मारलो के साथ चॉकलेट का सेवन करना है तो देख लें कि वाइन में चॉकलेट से ज्यादा मिठास हो नहीं तो वाइन तीक्ष्ण लगेगी। 
केबेरने सौविगनान 
केबेरने सौविगनान हर जगह पसंद  जाती है। वाइन पारखियों को इसका बोल्ड टैनिन और फ्रूट तत्व पसंद आता है , यह बीफ के साथ ज्यादा  पसंद की जाती है. इसका  सॉफ्ट पक्ष यह है कि यह कई प्रकार के चीज और लेवेंडर तक के साथ भी अच्छी लगती है।

चीज/ नट्स : चेडर, गोरगोनजोला, अखरोट 
मीट/ पोल्ट्री : रिब आई , बीफ स्टू, वेनिसों (एक प्रकार का हिरन का मांस )
सी फ़ूड : ग्रिल की गई टूना 
फल और  सब्जी : काली चेरी , टमाटर , ब्रोकोली 
हर्ब और मसाले : रोजमेरी , जुनिपर , लैवेंडर 
सॉस : ब्राउन सॉस , टोमेटो सॉस 
डेजर्ट : बिटर स्वीट चॉकलेट 

वाइन और भारतीय भोजन 
भारत में वाइन को लेकर बहुत सारी ग़लतफ़हमी हैं , सबसे बड़ी यह कि हमारे भोजन के साथ इसका मेलमिलाप बहुत मुश्किल है।  विशेष रूप से ऊपर की पंक्तियाँ पढ़ कर तो और भी दृढ़ विश्वास हो गया होगा। भारत बहुत बड़ा देश है लेकिन खाने पीने की आदतों में हमारे चटनी, अचार , पापड , सॉस , लाल और हरी मिर्चें कॉमन हैं।  यह सही है कि इसी कारण सही वाइन का चुनाव बड़ा मुश्किल जान पड़ता है। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से वाइन ज्यादातर किस्म के भारतीय भोजन के साथ मेल मिलाप संभव है। 

ॐ करी नम:

भारत सच में विशाल देश है , यहाँ बहुत सारी  समृद्ध संस्कृतियां हैं  और  बहुत सारी भाषाएँ बोली जाती हैं।  लेकिन पुरे देश को एक सूत्र में मिर्च , मसाले और करी बाँध कर रखते हैं। हमारी करी में एरोमा और फ्लेवर करी  पत्ते, धनिया , जीरा , इमली , लहसुन ,  पावडर , सरसों के बीज ,दालचीनी , लवंग , हल्दी जैसे मसालों के विभिन्न कॉम्बिनेशन से आता है. सामान्य रूप से हम अपनी करी में मसालों को भून कर या फिर सिल पर पीस कर डालते हैं ,  इन्हे तलते भी हैं, इन मसालों के मेल मिलाप से जो एरोमा और फ्लेवर आता  है वह इतना जटिल और समृद्ध होता है कि सही वाइन का चुनाव चुनौती रहती है।  पर आप मेरी गाइड-लाइन का अनुसरण कीजिए आप पाएंगे की आप का आनंद बढ़ जाएगा.

आप खाने का टेक्सचर, वजन और गहनता का मिलान वाइन के टेक्सचर, वजन, गहनता  से कर  लीजिये। इतना  सुनिश्चित करना है कि वाइन ऐसी चुनी जाय जिसके मुख्य फ्लेवर फल के हों.

मीट करी का मेल रेड वाइन के साथ जमता  है।  ग्रीनाशे और ठंडी जलवायु में बनी शीराज़ या फुल बॉडी पीनो नार जैसी रेड वाइन काफी उपयुक्त हैं। 

यदि केबेरने चुनने का ही विकल्प हो तो फिर ऐसी केबेरने चुने जिसमें मालबेक या मारलो ब्लेंड  हो, इससे टैनिन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसका सॉफ्ट स्वाद क्रीमी और समृद्ध करी सॉस के साथ जम जाएगा ! हमारे यहाँ मिलने वाली लैम्ब करी ओक बैरल में एजिंग की हुई शारदोने , जोशीली वियानिये (Viognier) या फिर परिपक्व मरसेन (Marsanne) के  साथ   जमती है। 

शाकाहारी, चिकन, सी-फ़ूड वाली करी के साथ वाइट वाइन जम जाती हैं।  रीजलिंग(Riesling) और पीनो ग्रीजो (Pinot Grigio) की हल्की फुल्की  अम्लता और ताजे फलों के फ्लेवर  या फिर  पंखुड़ियों की मिठास वाली गुहुवुर्ट्ज़ (Gewurztraminer) इन  करी के साथ खूब चलेगी। 

टोमेटो आधारित सॉस वाइट वाइन के साथ मेल खाते हैं -  इनकी अम्लता रेड वाइन के साथ मेटल जैसा प्रभाव देती है. यह भी याद रखना जरूरी है कि भारतीय भोजन के साथ वाइट वाइन ज्यादा  ठंडी सर्व नहीं की जाएँ। यदि वाइन की बॉटल फ्रिज  अभी निकाली हो तो अपने ठंडेपन के कारण विभिन्न सुगंध और कोमल फ्लेवर रिलीज नहीं कर पाएगी। इस लिए कुछ डिग्री वार्म -अप होने दें फिर ताजे फलों  के फ्लेवर और मसालेदार भोजन दोनों का मजा लीजिये।

भारतीय खानपान के  साथ जुगलबंदी के लिए सबसे अच्छी वाइन रोजे है. इसमें फलों के फ्लेवर और क्रिस्प अम्लता का संतुलन रहता है जो हमारी काफी सारी डिश के साथ  अच्छी तरह से मेल कर लेता है।  

शाकाहारी  

शाकाहारियों के भोजन में मलका मसूर, मटर , राजवाँ  की मक्खन - क्रीम के साथ बनी दाल के साथ वाइट वाइन की जोड़ी जमती है , रेड वाइन इन दालों के साथ बनी क्रीमी डिश के साथ के साथ नहीं चल पाती है क्योंकि यह सॉफ्ट डिश पर काफी कठोर बैठती है.इस किस्म की सॉफ्ट डिश के साथ शारदोने जैसी समृद्ध और बटर के स्वाद  वाली  या हनी जैसे स्वाद वाली  एजिंग की गई सेमिलियां  या मरसेन  क्रीमी दालों के साथ आदर्श वाइन हैं. 

भारत में और विशेषकर उत्तर भारत में शाकाहारी व्यक्ति के जीवन की कल्पना पालक पनीर , आलू पालक, मटर मलाई पनीर के बिना करना संभव नहीं है. ये सारी डिश  शारदोने , पीनो  गिरि , सेमिलियां जैसी क्रीमी और समृद्ध वाइट वाइन के साथ खूब जमती हैं , यही नहीं साविगनान ब्लांक, पीनो गिरिजो या रीजलिंग जैसी फ्रुटी वाइट से  भी काफी मेल खाती हैं.

बैंगन भी पूरे देश में शौक से खाया जाता है , इसकी खूबी यह है कि यह जिन मसालों में पकता है उनका फ्लेवर ग्रहण कर लेता है , इसलिए इसके साथ चुनी जाने वाली वाइन डिश के मसाले और फ्लेवर पर निर्भर करेगी। अगर ज्यादा मसाले वाली सब्जी  है तो ग्रेनाश , संजोविजा , टेम्पानियो  या मारलो जैसी लाइट बॉडी रेड वाइन ज्यादा उपयुक्त रहेंगी। ज्यादा मसालों के साथ  रीजलिंग ,पीनो गिरिजो ,मोसाटो , गुहुवुर्ट्ज़  जैसी सुवास  युक्त वाइट वाइन भी अच्छा  चुनाव रहेंगी। 

मिठाई / डेजर्ट 
हमारी भारतीय मिठाई और डेजर्ट कुछ ज्यादा मीठी  होती हैं , ज्यादातर में दूध, छैना , मैदा , चावल और मेवा का खूब इस्तेमाल होता है।  तो फिर भारतीय मिठाइयों के कोमल स्वादों के साथ ऐसी ही जोड़ीदार नाजुक वाइन ही उपयुक्त हो सकती हैं।  बेहतर होगा कि मोसाटो, मीठी रीजलिंग या फिर डेजर्ट वाइन में से कुछ भी चुन लें. जिन  वाइन में अधिक अम्लता होती है उन्हें अपनी मिठाइयों  के साथ न चुनें क्योंकि उनका कसेला स्वाद साथ में नहीं जम  पायेगा।

यह भी सही है कि भारतीय खाने के साथ सही वाइन चुनना स्वाद की रोमांचक यात्रा है।  जब तक आप स्वयं इस्तेमाल  करके मिस - मैच नहीं करेंगे, मजा नहीं आएगा।  ऊपर  दिए टिप्स को  ध्यान में रखिये  और आनंद की यात्रा के लिए  तैयार हो जाइये। 





आखिरी बात : स्वास्थ लाभ 

 वाइन का टेस्ट तो गज़ब है ही जिसके कारण  दुनिया भर में लोग इसके दीवाने हैं - लेकिन हमारा वाइन नामा  केवल इसी तक सीमित यहीं है, वाइन से मिलने वाले स्वास्थ  बारे में भी चलते चलते बात कर ली जाय.

दिन भर की भरपूर व्यस्त रूटीन के बाद अगर आप शाम को पीनो वाइन  के एक गॉब्लेट के साथ मोज़ार्ट की कम्पोजिशन सुन रहे हैं तो  आपकी थकान कुछ ही मिनटों में उड़न छू हो जाती है और आप पूरी तरह से रिलैक्स महसूस करते हैं. आपके  गॉब्लेट की वाइन में बहुत सारी शरीर को बूस्ट करने वाली  खूबियां  भी छुपी हुई हैं, अगली बार जब आप वाइन  बोतल का कॉर्क खोलें तो नीचे लिखी बातों को भी ध्यान में जरूर रखियेगा:

रेड वाइन में  एंटी -ऑक्सीडेंट्स का खजाना है।  ये एंटी-आक्सिडेंट्स ही हैं जो आपके शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभाव से बचाते हैं. रेड वाइन में इसका स्रोत अंगूर के छिलके हैं. 

रेजवेरटोल भी रेड वाइन में एक महत्वपूर्ण घटक है - यह ह्रदय को स्वस्थ रखने में सहायता करता है।  आप पूछेंगे यह  कैसे संभव है ? रेजवेरटोल रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया को रोकता है और ह्रदय की  रक्त वाहनियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है. यह रसायन सर और गर्दन के कैंसर से लड़ने की  शक्ति भी प्रदान करता है. रेजवेरटोल मस्तिष्क को चुस्त और दुरुस्त रखने में भी बेहद महत्वपूर्ण तत्व है। रेड वाइन में मौजूद रेजवेरटोल  मस्तिष्क में न्यूरॉन को क्षतिग्रस्त होने से बचता है और बूढ़े होने की प्रक्रिया को सुस्त कर देता है. यही नहीं वाइन में मौजूद रेजवेरटोल मोटापा घटाने में सहायता प्रदान करता है क्योंकि यह सफ़ेद वसा  को ब्राउन वसा में बदल देता है. सफ़ेद वसा की तुलना में ब्राउन वसा को  आसानी से घटाया  जा सकता हैं 

ऊपर की चर्चा से आपको ऐसा लग रहा होगा जैसे रेड वाइन में ही स्वस्थ रहने का रहस्य है जबकि यह बात पूरे वाइन कुनबे पर लागू होती है. आइये देखते हैं कि रेड, रोजे या वाइट सब में कॉमन स्वास्थ लाभ क्या हैं : 

ओवरी की सुरक्षा 

हाल ही में आस्ट्रेलियन शोधकर्ताओं ने ओवरी-कैंसर ग्रस्त महिलाओं  से लेकर कैंसर मुक्त महिलाओं की तुलना की तो पाया कि एक गिलास वाइन का सेवन करने वाली महिलाओं में कैंसर के अपेक्षाकृत 50 प्रतिशत केस कम पाए गए। विशेषज्ञों का अंदाजा था कि यह वाइन में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजन या एंटी-आक्सीडेंट के कारण हो सकता है. और मिशिगन विश्वविद्यालय में किये गए अध्धयन से पता चला कि रेड वाइन में मौजूद कंपाउंड से ओवरी कैंसर सेल को टेस्ट ट्युब  में मारने में सहायता मिली.  

रोगमुक्त हड्डियां 

जो महिलायें सीमित मात्रा में वाइन लेती हैं उनका  अस्थि मास, न लेने वालों की तुलना में, अधिक पाया जाता है . वाइन से शरीर में एस्ट्रोजन स्तर बढ़ता है यह हार्मोन पुरानी  हड्डियों में क्षय होने की प्रक्रिया को सुस्त कर देता है। 

रक्त शर्करा 
मासिक धर्म विमुक्ति से पहले महिलाओं में टाइप 2  डायबिटीज
 बढ़ना आम है लेकिन जो महिलायें वाइन लेती हैं उनमें यह प्रवृति न पीने वालियों से 40 प्रतिशत कम पायी गयी, यह हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में 10 वर्ष तक किये गए अध्ययन से पता चला है।  कारण का पता नहीं चला लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वाइन डाईविटीज मरीजों में इन्सुलिन प्रतिरोध को कम करती है. .




जीवन अमृत वाइन के लिए कहिये चियर्स ……



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