Saraswati Vandna 22.01.2018
मेरे स्वर को और संवार दो
शब्दों को नव विस्तार दो
सिद्धिदायनी माँ शारदे वरदायनी माँ शारदे
माता तेरी वीणा के स्वर रागों में बस जाएँ
जीवन सफल हो जाए भाग्य मेरे जग जाएँ
कल्याणी माँ शारदे वरदायनी माँ शारदे
तेरे दर्शन से माता दूर छंटे अँधियारा
मिट जाय अज्ञान फैले जग उजियारा
सुखदायनी मां शारदे वरदायनी माँ शारदे
तेरी स्तुति मात्र से माता चित निर्मल हो जाय
अहंकार का नाश साथ जीवन सफल हो जाय
हंसवाहनी मां शारदे वरदायनी माँ शारदे
माता आप ब्रह्म की रचनात्मक शक्ति हो
स्व का सार और अनंत की जीवन भक्ति हो
जीवन दायनी मां शारदे वरदायनी माँ शारदे।।
@प्रदीपगुप्ता 2018
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