Ek Romantik Hindi Geet

जिस पल कहोगे तुम
कि मुझसे प्यार है
दिल की धड़कनों को
ये इंतज़ार है
अपनों के बीच में बदनाम हो गया हूँ
अपनी ही शायरी में गुमनाम हो गया हूँ
कैसा नशा है ये
कैसा खुमार है
मेरा वजूद अब तू
मेरा संसार है
अच्छा भला था कल तक न जाने क्या बन गया हूँ
देखा है जब से तुझ को कुछ और बन गया हूँ
रातों को चैन है
न दिन को करार है
जादू घुला ये कैसा
कैसी बहार है
तेरे सिवा कोई भी सपना नहीं सुहाए
जागूं या फिर सोऊँ तेरा ख्याल आय
कैसे दिखाऊँ दिल ये
कितना बेकरार है
क्या यह कहेगा तुमसे
इसका इसरार है
 Copy right Pradeep gupta @23.06.2014

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