कीर्ति अनुराग और उनका श्री राधा माधव संकलन
कीर्ति अनुराग और उनका श्री राधा माधव संकलन
अनुराग श्रीवास्तव मेरे पिछले पच्चीस बरसों से मित्र हैं . अनुराग अच्छे गायक और निपुण संगीतकार हैं . और अपनी विधा में पिछले 30 वर्षों से सक्रीय है . उन्हें सही पहचान प्रकाशन जगत के जाने माने नाम नारी हीरा (स्टारडस्ट, सेवी , हेल्थ न्यूट्रीशन जैसी पत्रिकाओं के प्रकाशक) ने दी . नारी ने 26 वर्ष पहले विडियो फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू किया था . अपनी इन फिल्मों में संगीत देने के लिए नारी ने अनुराग को जिम्मेवारी दी, जिसे अनुराग ने भली भांति निभाया .
अनुराग ने अपना संगीत का केरियर कोरस सिंगर के रूप में शुरू किया था , अमूमन कोरस सिंगर के नाम पर जो ठप्पा लग जाता है उस से जीवन भर कैद हो जाती है . अनुराग ने अपनी लगन और प्रतिभा से इस तिलिस्म को तोड़ दिया .
जब अनुराग ने संगीत निदेशक का काम शुरू किया तो उस समय संगीत जोड़ियों का रिवाज था सो उसी ताल में ताल मिला के उन्होंने अपने नाम में अपनी पत्नी का नाम जोड़ लिया और कीर्ति अनुराग बन गए . अपने लम्बे संगीत सफर में सारे नाम चीन गायक गायिकाओं के साथ गाने रिकॉर्ड किये . हाल ही के कुछ वर्षों में उनका रुझान धार्मिक गीतों की और लग गया और भजनों पर काम करना शुरू किया .
ऐसा ही एक प्रयास अनुराग ने इस्कान संस्था के लिए किया है . आज राधा माधव अष्टमी के अबसर पर कृष्ण और राधा को समर्पित गीतों का संकलन "श्री राधा माधव " इस्कान मंदिर के आडिटोरियम में जारी किया . इस अवसर पर
अनुराग के सहयोगी कलाकार डा सोमा घोष , सारिका सिंह, वंदना श्रीवास्ताव, प्रदीप पंडित ने भजन गा कर समां बाँध दिया . आज गणपति विसर्जन का पांचवां दिन होने के कारण जुहू पर खासा जाम लगा हुआ था, फिर भी इस्कान हाल अनुराग के प्रशंसकों से भरा हुआ था .
एल्बम की ख़ास बात यह है कि इस के गीतों की परिकल्पना और कई गीतों के बोल अनुराग की 90 वर्षीय माता शकुन्तला ने लिखे हैं .
अनुराग श्रीवास्तव मेरे पिछले पच्चीस बरसों से मित्र हैं . अनुराग अच्छे गायक और निपुण संगीतकार हैं . और अपनी विधा में पिछले 30 वर्षों से सक्रीय है . उन्हें सही पहचान प्रकाशन जगत के जाने माने नाम नारी हीरा (स्टारडस्ट, सेवी , हेल्थ न्यूट्रीशन जैसी पत्रिकाओं के प्रकाशक) ने दी . नारी ने 26 वर्ष पहले विडियो फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू किया था . अपनी इन फिल्मों में संगीत देने के लिए नारी ने अनुराग को जिम्मेवारी दी, जिसे अनुराग ने भली भांति निभाया .
अनुराग ने अपना संगीत का केरियर कोरस सिंगर के रूप में शुरू किया था , अमूमन कोरस सिंगर के नाम पर जो ठप्पा लग जाता है उस से जीवन भर कैद हो जाती है . अनुराग ने अपनी लगन और प्रतिभा से इस तिलिस्म को तोड़ दिया .
जब अनुराग ने संगीत निदेशक का काम शुरू किया तो उस समय संगीत जोड़ियों का रिवाज था सो उसी ताल में ताल मिला के उन्होंने अपने नाम में अपनी पत्नी का नाम जोड़ लिया और कीर्ति अनुराग बन गए . अपने लम्बे संगीत सफर में सारे नाम चीन गायक गायिकाओं के साथ गाने रिकॉर्ड किये . हाल ही के कुछ वर्षों में उनका रुझान धार्मिक गीतों की और लग गया और भजनों पर काम करना शुरू किया .
ऐसा ही एक प्रयास अनुराग ने इस्कान संस्था के लिए किया है . आज राधा माधव अष्टमी के अबसर पर कृष्ण और राधा को समर्पित गीतों का संकलन "श्री राधा माधव " इस्कान मंदिर के आडिटोरियम में जारी किया . इस अवसर पर
| चित्र के मध्य में श्रीमती शकुन्तला श्रीवास्तव हैं जिन्होंने राधा माधव भजन लिखे हैं |
| मुंबई के पूर्व कमिश्नर करुण श्रीवास्तव अनुराग का एल्बम जारी करते हुए |
अनुराग के सहयोगी कलाकार डा सोमा घोष , सारिका सिंह, वंदना श्रीवास्ताव, प्रदीप पंडित ने भजन गा कर समां बाँध दिया . आज गणपति विसर्जन का पांचवां दिन होने के कारण जुहू पर खासा जाम लगा हुआ था, फिर भी इस्कान हाल अनुराग के प्रशंसकों से भरा हुआ था .
एल्बम की ख़ास बात यह है कि इस के गीतों की परिकल्पना और कई गीतों के बोल अनुराग की 90 वर्षीय माता शकुन्तला ने लिखे हैं .
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