विकास के नाम पर
इस देश में आजादी मिलने के बाद
विकास के नाम पर बस इतना ही किया ,
दूसरे मेहनत से जो कुछ बना कर चले गए
हमने उनका नाम बदल कर रख दिया !
अंग्रेजों ने नायाब विक्टोरिया टर्मिनस बनाया
हमने उसे क्षत्रपति शिवाजी टर्मिनस कर दिया.
ना कोई सोच है ना ही कोई दूर-दृष्टी
इन के पीछे दस साल आगे का सोच नहीं
जो फ्लाई ओवर दस साल पहले बने थे
वो शाम को गली की तरह से संकरे लगते हैं
चमड़ी बहुत मोटी है कहने सुनने का असर नहीं
दूर दृष्टी है और पक्का इरादा जरूर रखते हैं
लेकिन यह सब अपनी जेब भरने के लिए करते हैं !!


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