ghazal ke chand sher
अच्छा हुआ जो तुमने बेवफाई की,
इसी बहाने वफ़ा का मतलब समझ गए .
दोस्तों ने कुछ इस तरह से निबाही दोस्ती
दुश्मनी क्या है हम अब समझ गए .
घर से चले थे मंजिल की तलाश में
मंजिल तो यहीं थी वेवजह भटक गए
कौन लेगा अब नाम शराफत का
शरीफ लोग ही जब इतने बदल गए
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