अँधेरी रात के बाद उजाला है इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
अँधेरी रात के बाद उजाला है इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
गिराया गिर के संभाला है इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
बारहा टूट के बिखरा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
डूबा हूँ डूब के उतरा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
किसी की याद में महका हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
किसी की राह में बहका हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
मंदिर में जाप भी कर लेता हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
कभी गुनाह भी कर लेता हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
यह जो मैं आँधियों में खड़ा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
यह जो मैं वक्त से लड़ा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
गिराया गिर के संभाला है इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
बारहा टूट के बिखरा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
डूबा हूँ डूब के उतरा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
किसी की याद में महका हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
किसी की राह में बहका हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
दिलों को छू के गुजर गया हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
जन्नत जा के निकल गया हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
मंदिर में जाप भी कर लेता हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ,
कभी गुनाह भी कर लेता हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
यह जो मैं आँधियों में खड़ा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
यह जो मैं वक्त से लड़ा हूँ इसलिए मैं जिन्दा हूँ.
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