दीपावली अभिनन्दन

स्नेह और प्यार जीवन भर लुटाओ
है यही आधार नन्हे दीप का
है अकिंचन पर सदा खुद में मगन है
क्योंकि किरणों में विस्तार नन्हे दीप का
खुद जलो पर रौशनी सब को दिखाओ
है यही विश्वास नन्हे दीप का
घर रहे धन धान्य खुशियों से भरा
ऐसी पूजा और अर्चन एक नन्हे दीप का
जो धरा पर स्वर्ग रचने में जुटे हैं
कोटि कोटि उनको नमन एक नन्हे दीप का
तोड़ने में आस्था के तार जो दानव लगे हैं
गर्जना हुंकार बारम्बार नन्हे दीप का
ऐसी ही मंगल कामनाओं के साथ
आप को दीपावली अभिनन्दन
- प्रदीप गुप्ता
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